भारत का राष्ट्रीय त्योहार स्वतंत्रता दिवस यानि 15 अगस्त को अपने देश मे कैसे मनाते हैं इसकी तैयारी का महत्व क्या रहती है१
भारत संस्कृति और संस्कार का संगम माना जाता है अपने देश मे अपने हिसाब से जी सकते कोई आपके घर मे कोई अन्य लोग आ जाए और जबरदस्ती ह्क जताने लगे तो क्या होगा आपके कर्म के कमाये पैसे को कमीशस के नाम पर लेने लगे तो क्या होगा गुलामी इसी प्रकार होती थी स्वतंत्रता दिवस नजदीक आ रहा है आज इसी पर बात करेगे और बतायेगे कि कैसे इस आजादी को अपने हक मे लिया और देश को गुलामी सें आजाद दिलाया
बात देश की, भारत एक सबसे प्यारा सबसे सुन्दर देश है विविधताओ से भरा देश जहा स्वतंत्र रुप से किसी भी संस्कृति धर्म को अपना सकते है और अपने को गौरवान्वित महसूस होते देखेगे । उत्तर से दक्षिण पूर्व से पश्चिम तक लोग सेवा सत्कार से जीवन जीते है सहनशीलता कर्मठ और ईमानदार जैसे देश में रहना कितना अच्छा लगता है इसकी व्याख्या सिर्फ भारतीय लोग के असली निवासी ही कर सकते है देश का दिल दिल्ली को कहा जाता है यह भारत की राजधानी भी है यहाँ पर राष्ट्रपति भवन लोकसभा राज्यसभा पीएमओ ऑफिस व तमाम देश के मंत्रि दिल्ली से शासन करते है । भारत एक गणतांत्रिक देश है जहाँ जनता ही सरकार चुनती है जनता के द्वारा जनता के लिए स्वतत रुप से सरकार चुनती है
भारत का राष्ट्रीय त्योहार स्वतंत्रता दिवस यानि 15 अगस्त को अपने देश मे कैसे मनाते हैं.
पहला आजादी का जश्न पं जवाहर लाल नेहरू ने लाल किले पर झंडा फहराकर किया तब से हर वर्ष 15 अगस्त के दिन भारतीय स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रत्येक प्रधानमंत्री लाल किले पर झंडातोलन कर देश को आजादी का आगाज करते हैं और देश को प्रगति व होने वाले विकास से अवगत करते है सरकार का उपलब्धि तथा खामियों को देश के सामने प्रस्तुत करते है आने वाले वर्षो मे देश का विकास किस गति से मिस दिशा में जायेगा इस पर जोर देते है। हम राष्ट्रीय सम्मान में देश के कुर्बानी को याद करने के लिए राष्ट्रीय गान व राष्ट्रीय गीत को गाते है
राष्ट्रीय गान की पहली लाइन है - जन गण मन अधिनायक जय हे
राष्ट्रीय गीत है - वन्दे मातरम्
राज्य सरकारे अपने राज्य के राजधानी में राज की विकास की रिपोर्ट कार्ड देते है कई नये योजनाओं का ऐलान भी करते है राज्य की जनता ध्यान से मुख्यमंत्री की बाते को सुनते है परेड संस्कृति कार्य क्रम प्रसारण होते है
स्कूल कॉलेज में स्वतंतता दिवस का महत्व कई गुणा बढ जाता है क्योंकि युवाओ का जोश हाई होता है देश के प्रति प्रेम और राष्ट्रीय सम्मान में धूमधाम से मनाते है
युवा पीडी इस देश को बुलदियो तक ले जा सकता है इसीलिए देश के सरकारो को इस पर गौर कर मौका देना चाहिए ।
बच्चे मन के सच्चे देश के प्यारे होते है छोटे छोटे बच्चे ऑगनवाड़ी केंद्रो पर तथा नर्सरी के बच्चे अपने अंदाज में सेलिब्रेट करते है किसी भी पर्व को मनाने के लिए बच्चे काफी उत्सुक रहते है आँगनवाडी केद्रो पर बच्चे को राष्ट्रीय मिठाईयाँ बाँटी जाती है । जलेबी भारत की राष्ट्रीय मिठाई मानी जाती है
सरकारी व प्राइवेट ऑफिस में अपने अनुसार वर्कस के बीच ऑफिस कर्मचारी और साथी के साथ हर्ष उल्लास व सद्भाव के साथ मिलजुल देश के कोने कोने में मनाते है क्योंकि देश में अनेक विचारधारा अलग जाति धर्म वेशभूष भाषा होने के वावजूद इस राष्ट्रीय पर्व को मनाते है पुलिस प्रशासन के परिसर में झंडे तोलन और परेड कर इंडो को सलामी देकर देश की शान को सम्मान देते है।